Gau Sewa
जैसा कि हम सभी जानते हैं, पवित्र भगवद गीता में बताया गया है कि भगवान श्रीकृष्ण किस प्रकार ब्रजधाम वृंदावन में गायों और बछड़ों को चराने ले जाते थे और उनका स्नेहपूर्वक पालन करते थे। लेकिन आज के समय में हर किसी के लिए अपने घर में गाय पालना संभव नहीं है। इसलिए, प्रत्येक व्यक्ति को अपनी सामर्थ्य अनुसार गोशाला में रहने वाली गायों की सेवा और देखभाल हेतु दान अवश्य करना चाहिए।
Shri Hit Utsav Charitable Trust, वृंदावन में आपको गाय या बैल को गोद लेने का अवसर देता है, जिससे आप गोसेवा का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति गाय को गोद नहीं ले सकता, तो उसे कम से कम अपनी क्षमता के अनुसार गायों की देखभाल हेतु कुछ न कुछ अवश्य दान करना चाहिए।
हमारा मिशन
हमारा उद्देश्य बेसहारा, घायल, लावारिस गायों, बछड़ों, बैलों और अनाथ पले-बढ़े पशुओं को भोजन, आश्रय और उपचार प्रदान करना है। हम इन्हें हरा चारा, आटा, ताजा घास, स्वच्छ जल, दवाइयाँ और सुरक्षित आवास प्रदान करते हैं।
वर्तमान स्थिति / पृष्ठभूमि
जब तक गाय दूध देती है, तब तक उसे लोग खिलाते हैं। लेकिन जैसे ही वह दूध देना बंद कर देती है, उसे सड़कों पर छोड़ दिया जाता है, जहाँ वह कूड़ा-कचरा खाने को मजबूर होती है। अगर गाय बछड़ों को जन्म देती है और वे दूध नहीं देते, तो उन्हें भी बेकार समझकर सड़क पर छोड़ दिया जाता है। कुछ सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं और कुछ को कसाई उठा ले जाते हैं।
क्या हमें उस गौ माता की मदद नहीं करनी चाहिए, जिसने जीवन भर हमें दूध पिलाकर पाला है और जो भारत में गौ माता के रूप में पूजनीय है?
हम क्या कर रहे हैं
वर्तमान में Shri Hit Utsav Charitable Trust वृंदावन की परिक्रमा मार्ग में सड़कों पर घूमने वाली लावारिस और बेसहारा गायों, बछड़ों और बैलों को हरा चारा खिला रहा है। हमारा प्रयास है कि इन पवित्र प्राणियों को सम्मान और उचित देखभाल प्रदान की जाए, ताकि हम श्रीकृष्ण की गोसेवा परंपरा को जीवित रख सकें।